मंगलवार, 27 जुलाई 2010

कृपालु तथा दयालु चाचा के पास

आप के चाचा अबू तालिब आप के पिता के असली भाई थे, आपके दादा ने मरते समय आप को उनके सुपुर्द कर दिया, आप उन्हीं के पास पले बढ़े तथा जवान हुए, अबू तालिब ने भतीजे का पूरा ध्यान रखा , आप को अपनी संतान के साथ मिला लिया , आप को खूब आदर सम्मान दिया , अपने बच्चों से ज़्यादा प्यार किया , आठ (8) वर्ष कि आयु से लेकर एक्यावन (५१) वर्ष कि आयु तक लगभग (४३) साल आप अपने इस द्या लु चाचा के पास रहे , उन्होंने हर मुश्किल घड़ी में आप का साथ दिया . अबूतालिब थोड़े कम पैसे वाले थे लेकिन अल्लाह ने उसी में बरकत दी थी, यहाँ तक कि एक आदमी के खाने में समस्त परिवार भोजन कर लेता

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