मुशरेकीन ने देखा कि मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने उनके सारे मोतालेबात को ठुकरा दिया है तो उन्होंने आप को परेशान तथा विफल करने के लिये उल्टे सीधे प्रश्न और मोतालबे करना शुरू
कर दिया : कभी कहते कि अपने अल्लाह
से कहो कि मक्का की इन पहाड़ियों को हम से दूर कर दे जिनकी
वजह से मक्का की भूमि हमारे लिए तंग हो गयी
है ,कभी कहते कि अपने अल्लाह
से कहो कि हमारे ऊपर जल्दी अज़ाब नाज़िल करे।
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