सोमवार, 13 अक्तूबर 2014

चाँद के दो टुकड़े



उनके इन्हीं मोतालेबात में से एक यह था कि  अगर तुम सच्चे हो तो चाँद के दो टुकड़े कर के दिखाओ अतः अल्लाह ने इस  मोजज़ा के ज़रीये आप सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की मदद फ़रमाई और आप ने चाँद की तरफ़  इशारा किया और चाँद के दो टुकड़े हो गए ,एक टुकड़ा अबुक़ोबैस नामी पहाड़ी पर नज़र आने लगा  तो दुसरा सोवैदा नामी पहाड़ी के ऊपर। जब यह नज़्ज़ारा काफिरों ने  देखा तो कहने लगे कि मुहम्मद ने उन पर जादू कर दिया है।      

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